परमात्मा निश्च्य ही। ……..
सकाम नाम स्मरण ….
जो धन के लोभ …………….
जिसने एक बार …………..
जो पीछे बीत …………….
तन-मन से भजन …………
माता-पिता का …………….
मन सरपट भागने …………
जिस तरह पानी ……………
सन्तोष हुए बिना ……………
सारे संसार का …………..
बिना विश्वास के। …………..
जो तृष्णा को …………….
तृष्णा को शीघ्र …………….
सूर्य और चन्द्र ……………
भगवान श्रीकृष्ण …………..
भगवान की यह …………..
जल में नाव रहे,…………..
अहंकार के कारण ………….
ज्ञान से मोक्ष ………………
शोक, मोह,दुःख …………….
जो दुखियों पर ……………
संसार, सच कहिये …………..
बार-बार दुःख ,…………….