सब्जियों का राजा टमाटर
टमाटर हमारे शरीर को अनेक बीमारियों से बचाता है। हाल ही में कोविड़.19 के दौरान देश के सभी डाॅक्टरों, वैज्ञानिको, और आर्युवेद के आचार्यो ने टमाटर के इस्तेमाल पर बहुत जोर दिया है। यह हमारे शरीर को मजबूत और हैल्दी बनाता है। देश भर में लगभग सभी सब्जियों में टमाटर का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा टमाटर का इस्तेमाल सूप, सलाद, और चटनी के रूप में भी किया जाता है। टमाटर में लाइकोपीन, पोटैशियम, कैल्शियम, फास्फोरस, विटामिन सी, गंधक और सिट्रिक एसिड जैसे तत्व पाये जाते है। जो वजन और कोलेस्ट्रँल को कम करना शरीर में खून की कमी जैसी बीमारियों से बचाते हैं। टमाटर हमारी सेहत ही नहीं बल्कि खूबसूरती को निखारते है। टमाटर पोषण का एक पावरहाउस है। आप इसे अपने रोजआना आहार में शामिल करके इसके अत्यधिक स्वास्थ्य लाभों का आनंद ले सकते हैं।
हृदय के लिए:-
टमाटर में लाइकोपीन, बीटा-कैरोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो हमारे कोलेस्ट्राँल व रक्तचाप को नियंत्रित करते
है, जिससे हृदय संबंधी रोगों से बचाव होता हैं। इसके अलावा टमाटर में पाये जाने वाला पोटेशियम किडनी में बनने वाली पथरी की भी रोकथाम करता है। पोटेशियम की अधिक मात्रा के लिए हमें इसका सेवन सलाद और पास्ता के रूप में करना चाहिए।
वजन धटाने के लिए :-
आप का वजन बढ़ रहा है तो आपके लिए एक टमाटर का सेवन फायदेमंद हो सकता है। टमाटर में पानी की मात्रा बहुत अधिक होती है। टमाटर में फाइबर नाम का पर्दाथ उचित मात्रा में पाया जाता है, जो कि शरीर की गंदगी को बाहर निकाल कर वजन कम करने में मदद करता है। टमाटर को सलाद के रूप में खाने से शरीर में बेड कोलेस्ट्रोल की मात्रा नियंत्रित रहती है।
कैंसर के लिए :-
टमाटर में पाया जाने वाला लाइकोपीन प्रोस्टेट कैंसर के खिलाफ एंटी-प्रोलिफेरेटिव के रूप में काम कर सकता है। अधिक टमाटर खाने से प्रोस्टेट कैंसर का खतरा कम हो सकता है। साथ ही फेफड़ो और आमाशय के कैंसर की रोकथाम भी कर सकता है।
हड्डियों के लिए :-
टमाटर में मौजूद विटामिन-के हमारी हड्डियोें के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। यह हमारी हड्डियों को मजबुती प्रदान करता है। टमाटर में पाया जाने वाला कैल्शियम हमारी हड्डियों के अलावा हमारे दांतों को भी मजबूत बनाता है।
आँखों के लिए :-
टमाटर में विटामिन-सी और विटामिन-ए भरपूर मात्रा में पाये जाते है, जो हमारी आँखों की रोशनी को बढ़ाते में हमारी मदद करते है। रात के अंधेपन या आँखों की कोई भी समस्या टमाटर के रोजआना इस्तेमाल से खत्म की जा सकती है।
रोजाना टमाटर खाने से आपके पेट में बनने वाली गैस की समस्या समाप्त हो जाती है।
टमाटर में मौजूद औषधीय गुण आपके जाड़ो के दर्द को दूर करने में आपकी मदद करते है।
गर्भावस्था में टमाटर का सेवन फायदेमंद होता है, क्योंकि इसमें विटामिन-सी होने के साथ-साथ इसमें आयरन भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
टमाटर को चेहरे पर लगाने से एक्ने और पिंपल्स मिट जाते हैं और आपका चेहरा एकदम साफ नजर आने लगता है।
अगर आप दाग-धबबों से परेशान है तो टमाटर को काटकर चेहरे पर मलने से चेहरे के काले धबबे ठीक हो जाते है।
यदि आप कच्चे और हरे टमाटर को काट कर उस पर काली मिर्च पाउडर डाल कर दो से तीन दिन खाने से पेट के कीड़े मर जाते है।
टमाटर खाने से आपकी आँखे खूबसूूरत चमक लिए हुए दिखती है।
टमाटर के रस या टोमेटो सूप में कपूर व नारियल तेल मिलाकर बालों में लगाने से बालों में शाइनी लुक आता है।
अगर आप को भूख नहीं लगती, तो टमाटर को भूनकर उसमें सेंधानमक और काली मिर्च पाउडर डालकर खाने से आप की भूख में बढ़ौतारी होती है।
टमाटर में पाया जाने वाला लाइकोपीन शरीर में सूजन और कोलेस्ट्राल को कम करता है।
टमाटर के पत्ते को उबालकर, पीसकर लेप करने से गठिया-बाय में लाभ मिलता हैं।
टमाटर में एंटी-एजिंग सुपरफूड भी है, जो त्वचा को स्वस्थ बनाने में मदद करता हैं।
टमाटर में प्राकृतिक ब्लीचिंग और व्हाइटनिंग गुण आपकी त्वचा को ग्लोई बनाने में मदद करते है।
टमाटर खाने से होने वाले नुकसान :-
टमाटर खाने का फायदा तभी तक है जब तक यह उचित मात्रा में खाया जाये। ज्यादा टमाटर खाने से नुकसान भी हो सकता हैं।
टमाटर खाने से एलर्जी की सम्भावना कम होती हैं, लेकिन फिर भी इसके पराग से ओरल एलर्जी सिंड्रोम नामक एलर्जी हो सकती है।
टमाटर में पोटेशियम भरपूर मात्रा में होता हैं, इसलिए हृदय रोगीयों अगर बीटा-ब्लाॅकर्स दवा लेते है। तो उन्हे टमाटर का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
टमाटर में सोडियम और पोटैशियम भरपूर मात्रा में होने के कारण किसी तरह के किडनी रोग होने पर टमाटर का सेवन नहीें करना चाहिए।
टमाटर के बीज में कैल्शियम और आक्सालेट योगिकों त्तव होते हैं, जो किडनी में पथरी की सम्भावनओं को बढ़ाते हैं।
अगर आप को गुर्दे की समस्या है तो आप को टमाटर का सेवन नहीं करना चाहिए।
टमाटर में अनेक तत्वों का समावेश होता है जिसका सेवन जठराग्नि विकारों को पैदा कर सकता है।
टमाटर के बीज में मौजूद लाइकोपीन पुरुष प्रोस्टेट ग्रंथि में असामान्यताएं पैदा कर सकता है।
टमाटर में मौजूद लाइकोपीन से (आई-बीए-स ) जैसे कुछ गंभीर आंतो की समस्याएं हो सकती है।
टमाटर में मौजूद फाइटोकेमिकल हमारी रोग-प्रतीरोधक प्रणाली को धीमा कर सकता है। इस कारण हमारा शरीर कई सामान्य बीमारिया बैक्टीरियल, फंगल और वायरल से खुद को बचाने की क्षमता को खो सकता है।
टमाटर का लम्बे समय तक उपयोग करने से हमारी त्वचा का रंग बदल कर थोड़ा नारंगी सा हो सकता है।