अच्छी सेहत के लिए तोरई को करे अपनी डाइट में शामिल
सेहतमंद रहने के लिए हमेशा से ही हरी सब्जियों का सेवन करने की सलाह दी जाती है। भारत में तोरई को हरी सब्जी के रूप में खूब इस्तेमाल होता है। पोषक तत्वों से भरपूर होेने की कारण यह शरीर को कई तरह से फायदा करती है। तोरई दो प्रकार की होती है, एक सब्जी के रूप में इस्तेमाल होती है, और दूसरी औषधि के रूप में, जबकी इन दोनो से मिलने वाले फायदे एक जैसे ही है। कई लोग इसे खाना पसंद नहीं करते, पर ज्यादा तर लोगों इसे बहुत चाव से खाते है। तौरई में एंटीआआंक्सीडेंटस, माइक्रो और मैक्रोन्यूटिएंटस काफी मात्रा में पाए जाते है। जिस वजह से इसका सेवन करना काफी फायदे मंद साबित होता है।
तोरई डासबिटीज के लिए:-
तोरई को पुराने समय से ही डायबिटीज के लिए एक मुख्य सब्जी के रुप में माना जाता है। तोरई का सेवन करने से टाइप-2 डारबिटीज के रोग से राहत मिलती है। तोरई के एथनाॅलिक अर्क में ग्लूकोज के स्तर को कम करने वाला हाइपोग्लाइमिक प्रभाव पाया जाता है। क्योकि यह एक लो-कार्ब सामग्री है और लो-कार्ब डाय आपके शरीर में ब्लड शुगर लेवल और इंसुलिन के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। जिससे शरीर में रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है। इसके साथ ही, इसमें मौजूद फाइबर आपके शरीर में इंसुलिन की संवेदनशीलता बढ़ाने का काम करता है।
तोरई पाचन क्रिया के लिएः-
फलों और हरी सब्जियां जैसे तोरई का सेवन करने से आपकी पाचन क्रिया स्वस्थ होती है। तोरई में मौजूद फाइबर आपके आहार और पाचन में सहायक होता है। क्योकि इसमें पानी और फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है,जिससे पाचन क्रिया बेहतर बनती है। इसमें मौजूद साॅल्यूबल ओर इनसाॅल्यूबल फाइबर मल को इकटठा होने और आसानी से शरीर से बाहर निकालने में मदद करते हैं। यदी आप पाचन सम्बन्धित समस्याओं से परेशान हैं, तो अपने आहार में तोरई को जरूर शामिल करें।
तोरई करे वजन को कम:-
तोरई के साथ भोजन करने से आपको जल्दी भूख नहीं लगती है। क्योकि तोरई मे कैलोरी बहुत कम मात्रा में होती है। इसलिए कैलोरी को बिना बढ़ाए यह आपकी भूख को संतुष्ट करती है, इसमें जल की मात्रा भरपूर होती है और यह फाइबर में भी समर्पूण होती है। इसलिए जब आप तोरई के साथ भोजन करते है, तो आप का पेट खाली नहीं रहता हैं। तोरई के नियमित सेवन से आपको अतिरिक्त वजन धटाने में भी मदद मिलती है। इसमें कैलोरी की मात्रा काफी कम होने के कारण शरीर पर अतिरिक्त फैट नहीं चढ़ पाता। यह आप को वजन कम करने में भी मदद करती है।
तोरई से मिले हृदय मजबूती:-
तोरई में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते है, जो गर्मी के दौरान यह शरीर में अनगिनत फायदे पहुंचाती है। तोरई की सब्जी में मैंगनीज और विटामिन सी उचित मात्रा में होता है जिससे हदय को मजबूती मिलती है। मैग्नीशियम विशेष रूप से दिल के दौरे के खतरे को कम करता है। मैग्नीशियम के साथ पोटेशियम भी हाई-ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है।
तोरई करे हड्डियां मजबूत:-
तोरई में ल्यूटिन और जेक्सैथिन होते हैं जो हड्डियों और दांतो को मजबूत बनाने में मदद करती हैं। इसमें मौजूद मैग्नीशियम हड्डियों को मजबूत बनाता हैं। इसकी कमी के कारण हड्डियां कमजोर होने लगती है।किसी व्यक्ति को अगर अस्थमा या सांस संबन्धी समस्या है, तो वह तोरई उपयोग जूस के तौर पर कर सकता हैं। अस्थमा से प्रभावित लोग तोरई का जूस आधा कप दिन में दो बार लेने से लाभ होता हैै।
तोरई के और फायदे:-
त्वचा संबन्धी समस्याओं को दूर करने में भी तोरई फायदेमंद होती है।
तोरई में जिंक की अच्छी मात्रा होती है, जो बालों को बढ़ने में मदद करती है।
तोरई में केले की तुलना में पोटेशियम अधिक होता है।
तोरई का आचार भी बनाया जा सकता है।
तोरई सिर दर्द को भी ठीक करने में मदद कर सकती है।
तोरई के बीज में मौजूद मुलायम गूदा भी खाया जाता है।
तोरई के सूखे पत्तों के पाउडर का सेवन भी किया जा सकता है।
तोरई को सूप और कढ़ी में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
तोरई खून साफ करती है और खून की कमी को दूर करती है।
तोरई के पत्तों का रस कीड़े-मकोड़े के काटे की जगह लगाने पर सुजन कम होती है।
तोरई जोंडिस यानी पीलिया में भी फायदेमंद होती है।
तोरई के डंठल को दुध या पानी में घिसकर पीने से पथरी में लाभ होता है।
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