*गर्मीयों में सलाद का राजा चुकंदर*
सलाद का राजा चुकंदर में आयरन, सोडियम, पोटेशियम, फाॅस्फोरस प्र्याप्त मात्रा में होते हैं, जिस कारण यह शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। चुकंदर को सुपरफूड के रूप में जाना जाता है। चुकंदर का पौधा एवं इसका प्रत्येक हिस्सा खाने योग्य होता है। इसे कई तरह से खाया जाता हैं। चुकंदर को भून कर या उबाल कर ,सलाद में, आचार में,और सब्जी के रूप में बनाकर खाया जा सकता हैं। सर्दियों में हर रोज चुकंदर का सलाद खाना चाहिए या जूस पीना चाहिए। रोजाना चुकंदर खाने से लिवर सुरक्षित रहता है और ब्लड प्रेशर संतुलित रहता है। इसके फाइबर्स पेट को साफ रखने में मद्दगार होते है। चुकंदर का रंग लाल होता है और स्वाद में हल्का मीठा होता है। चुकंदर का रस अब मार्किट में अधिक मिलने लगा है क्योंकि चुकंदर का रस कैंसर जैसी बीमारी के खतरे को कम करता है। चुकंदर का रस रोजाना पीने से शरीर के विषौले पदार्थ मूत्र के द्वारा बाहर निकल जाते है।
डायबिटीज के लिए:-
चुकंदर खाने से डायबिटीज पर नियंत्रण किया जा सकता है। डायबिटीज टाइप 2 के मरीजों के लिए चुकंदर रामबाण का काम करती है। इसमे फाइटोकेमिकल्स और स्वास्थ को बढ़ाने वाले बायोएक्टिव्स जैसे पाॅलीफेनाॅल्स, फ्लेवोनाॅइड्स और एंथोकसनिन भरपूर मात्रा में पाये जाते है। ये सभी तत्व डायबिटीज के स्तर को कम करने का काम करते है। तथा शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को कम करने और इन्सुलिन बनने में मदद करते है। इसके हाइपोग्लेमिक गुणों के कारण डायबिटीज के प्राकृतिक इलाज के रूप में चुकंदर का उपयोग किया जा सकता है।
हृदय रोगों के लिए :-
हृदय के लिए भी चुकंदर खाने से अनेक लाभ पाये गए है। चुकंदर में नाइट्रेड रसायन होता है जो रक्त के दबाव को कम करता है। चुकंदर का रस पीने से रक्त का संचार होता है जिससे दिल के दौरे की समस्या नहीं रहती। चुकंदर में मौजूूद एंटीइंफ्लंमेटरी गुण शरीर में सूजन को कम करते है जो हृदय रोग का कारण बनते है। इसमें मौजूद विटामिन्स और मिनरल्स हृदय को स्वस्थ रखते हैं। लेकिन अधिक मात्रा में चुकंदर को सेवन मांसपेशियों के नुकसान पहुचा सकता हैं।
एनीमिया के लिए :-
एनीमिया एक ऐसी अवस्था होती है, जिसके कारण हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं बननी कम हो जाती है। चुकंदर में भरपूर मात्रा में आयरन होता है, जो शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं बनाने में मदद करता है। खून की कमी के कारण हीमोग्लोबिन कम हो जाता है जिसकी वजह से सांस लेने में तकलीफ, चक्कर आना या सिरदर्द जैसी समस्या आम है। चुकंदर का सेवन करने से हीमोग्लोबिन अपने आप बढ़ जाता है और एनीमिया जैसी समस्या से छुटकारा मिलता है। इसलिए बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी को चुकंदर का किसी न किसी रूप में सेवन करना चाहिए। अच्छे से फायदा ले के लिए चुकंदर की सब्जी बनाकर खाई जा सकती है।
शरीरक ऊर्जा के लिए :-
चुकंदर का प्रयोग शरीर को जल्दी ऊर्जा पहुंचाने के लिए किया जा सकता है, क्योंकि इसमें कार्बोडड्रेट की मात्रा अधिक होने के कारण यह शरीर को तुरन्त ऊर्जा प्रदान करती है। अगर आप हर सुबह उठने के बाद आलस या थकान महसूस करते है तो चुकंदर का सेवन आपको दिन भर एनर्जेटिक बनाये रखने में मदद करता है। चुकंदर के 100 मिलीग्राम जूस में 95 प्रतिशत ऊर्जा होती है, जिसके पीने से शरीर को तुरंत ऊजा मिलती है। शरीर में ऊर्जा बनाए रखने में लीवर की मुख्य भूमिका होती हैं। चुकंदर में फ्लेवोनाॅइड, सल्फर और बीटा कैरोटीन भी पाए जाते है, जो लीवर को सुचारु रूप से चलाने में खूब मदद करते है।
हड्डियों को मजबूत करें :-
हमारा पूरा शरीर हड्डियों पर ही र्निभर है। यानी हमारे शरीर को हड्डियां ही संमभालती है। चुकंदर में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो हमारी हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है। इसके सेवन से न केवल हड्डियां मजबूत होती हैं, बल्कि हमारे दांत भी मजबूत होते है। हड्डियां हमारे न केवल शरीर के पूरे वजन को संभालने के काम करती है, बल्कि हमारे शरीर के विभिन्न् अंगों की रक्षा करती हैं, जैसे खोपड़ी की रक्षा, पसलियों के लिए एक पिंजरे का निर्माण करती हैं, जिससे हृदय और फेफड़े सुरक्षित रहते हैं।
कैंसर से बचाव :-
चुकंदर में काफी मात्रा में आयरन होता है, जो कैंसर जैसी बीमारी से लड़ने में मदद करता है। एक अध्ययन में पाया गया है की चुकंदर में पाया जाने वाला बीटरूट फेफड़ों और स्किन कैंसर को शरीर में विकसित होने से रोकता हैं। वही गाजर और चुकंदर का जूस साथ में मिलाकर पीने से शरीर में ब्लड कैंसर के खत्म होने के कारण बन सकते है। चुकंदर खाने से शरीर में रैड ब्लड सैल्स जिससे कैंसर कोशिकाओं में आंक्सीजन पहुंचती है। यह आंक्सीजन कोशिकाओं की श्वसन प्रक्र्रिया में सुधार करती है।
हाई ब्लड प्रेशर के लिए :-
हाई ब्लड प्रेशर के गमभीर परिनाम हो सकते है, हाई ब्लड प्रेशर शरीर के कई अंगों को खराब करता हैं। इसलिए हाई ब्लड प्रेशर वाले रोगीयों को नियमित रुप से प्राकृतिक सलाद और हरी सब्जियों का अधिक सेवन की सलाह दी जाती है। चुकंदर में नाइटेªट नामक तत्व होता है, जो उच्च रक्तचाप को कम करने का काम करता है। चुकंदर का जूस रोजाना पीने से और भी कई फायदे होते है।
कोलेस्ट्राॅल को कम करे चुकंदर :-
चुकंदर मेें वे सारे तत्व मौजूद हैं, जो कोलेस्ट्राॅल को नियंत्रित रखने में मदद करते है। शरीर में बनने वाले खराब कोलेस्ट्राॅल को एल,डी,एल कहते है, जो हमारी रक्त कोशिकाओं में जमा हो कर नुकसान पहुंचाते है। इसके कारण हार्ट अटैक का खतरा होता है, इसे नियंत्रित करने में चुकंदर का जूस एक अच्छा साधन है ये बैड कोलेस्ट्राॅल की मात्रा को कम करता है और गुड कोलेस्ट्राॅल की मात्रा को बढ़ाता है। चुकंदर में कैलोरी की मात्रा कम होती है, और इसी वजह से इसमें शुन्य कोलेस्ट्राॅल होता है।
त्वचा के लिए फायदेमंद :-
चुकंदर फोलेट और फाइबर अच्छी मात्रा में पाये जाते है, जो त्वचा से गंदगी को निकालने में सहायता करते है। चुकंदर त्वचा की झुर्रियों को कम करता है, चेहरे पर दाग-धब्बो को ठीक करने में मदद करता है। चुकंदर की मदद से त्वचा पर अतिरिक्त पिग्मेंटेशन को हटाने में मदद मिलती है। चुकंदर से चेहरे पर पिम्पल्स और डार्क सर्कल्स हटाने में मदद मिलती है। त्वचा को कई बाहरी कारणों से जैसे धूप, मिटटी एव प्रदूषण से नुकसान पहुंचता है और सोरायसिस जैसी समस्या हो सकती है। इसलिए चुकंदर का जूस त्वचा के लिए काफी फायदे मंद साबित होता है। चुकंदर की तासीर ठंडी होती है, चमकदार त्वचा पाने के लिए आप अपने चेहरे पर चुकंदर की स्लाइस का इस्तेमाल भी कर सकते है।
मसिक धर्म के लिए :-
मसिक धर्म एक ऐसी समस्या है, जिससे सभी महिलाएं हर महीने गुजरती है। अक्सर मासिक र्धम के दौरान महिलाएं अपने आप को अधिक कमजोर और सुस्त महसूस करती है। चूंकि पीरियडस के दौरान महिलाओं में रक्त की हानि अत्यधिक होती है। इसमें मौजूद आयरन ,लाल रक्त कोशिकाओं की पूर्ती कर महिलाओं को ताकत प्रदान करता है। चुुकंदर का जूस पीने से मासिक धर्म के दौरान कष्ट नहीं होता तथा मासिक धर्म खुल कर आता है। मासिक धर्म के दौरान होने वाली सुस्ती भी दूर होती है।
चुकंदर से होने वाले नुकसान :-
किडनी की बीमारियों से पीड़ित लागों को चुकंदर की अधिक मात्रा के सेवन से बचना चाहिए।
अधिक मात्रा में चुकंदर का रस पीने से मूत्र का रंग भिन्न हो जाता है।
कुछ लोगों को चुकंदर का अत्यधिक सेवन करने से कलर स्टूल की समस्या हो सकती हैं।
चुकंदर खाने से कुछ लोगों को एलर्जी की समस्या जैसे पित्ती, खुजली, बुखार या गले की समस्या हो सकती है।
निम्न रक्तचाप की समस्या से परेशान व्यक्तियों को चुकंदर का सेवन कम करना चाहिए।
चुकंदर खाने से आपके खून में शुगर का स्तर बढ़ सकता है।
चुकंदर का अधिक मात्रा में सेवन करने के कारण आपके पेट में दर्द एव ऐंठन हो सकती है।
चुकंदर का अधिक मात्रा में सेवन करने से आपकी त्वचा पर चकत्ते भी आ सकते है।