जिस व्यक्ति के विचार सुन्दर होते है वह व्यक्ति हमेशा प्रसन्न एवं ऊर्जावान रहता है | इस संसार में अनेको विद्वानों ने ( जैसे स्वामी विवेकानन्द जी, महात्मा गाँधी जी , महात्मा बुद्ध जी ,स्वामी शंकराचार्य जी , प्रेमचंद जी , फ्रेंकलिन ,स्टर्न आदी बहुत से सन्तों ने अनेको -अनेको विचार प्रदान किये है | उन्ही विचारो में कुछ अमूल्य विचार मै आप के सामने प्रस्तुत कर रहा हूँ | मुझे आशा है आप अवश्य इन विचारो का लाभ उठाएगे धन्यवाद !
** ऐ ख़ुदा मेरी दुआ है , की मै अन्दर से खूबसूरत बनूँ ** ” Sudhir arora “
1:- ईश्वर ने तुम्हे केवल। ………….
2:- सबसे शानदार विजय है। …………………
3:-” जो शत्रु तुम्हारा विरोध करते है उनसे मत डरो ,
उन मित्रों से डरो जो तुम्हारी चापलूसी करते है “
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4:- किसी दूसरे का काम स्वीकार करलो तो उसे
वैसे ही उत्साह और लगन से करना चाहिए जैसा
की तुम अपना करते हो |
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5:-अपनी आत्मा पर अपने। ……………
6:- जीवन खोने की बजाय। ……………………
7:-” जो इंसान निरउत्साह दीन और शोकागुल रहता है ,
उस के सभी काम बिगड़ जाते है और
वह बड़ी मुश्किल में फंस जाता है | “
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8:- ” मनुष्य अपने जीवन से उसी तरह व्यवहार करते है,
जैसे अपने खेल में बच्चे जो पहले तो खिलोने का दुरूप्योग
करते है फिर उन्हें फेंक देते है | “
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9:-पाप का आरम्भ। ………………………
10:- पशचाताप के एक-एक। ……………….
11 :-” चंचल स्मृति बुरी है, चंचल आचरण अधिक बुरा है।
परन्तु चंचल ह्रदय और उद्शेय तो सब से बुरा है| “
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12:-” यदि कोई तुम्हारी निन्दा करे तो मन ही मन प्रसन्न हो,
क्योकि तुम्हारी निन्दा क्र के वह तुम्हारे पाप अपने ऊपर लेता है|”
13 :- आदमी जो………..
14 :- जो अपने बच्चो को। ……….
15 :- ” जो मनुष्य अपने क्रोध को अपने ऊपर झेल लेता है,
वही दुसरो के क्रोध से बच सकता है।
वही अपने जीवन को सुखी बना सकता है| “
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16:- ” जो मनुष्य अपने क्रोध पर काबू नहीं पा सकता ,
तो उसे समझना चाहिए की वह दुनिया में किसी काम का नहीं | “
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17 :- सबसे अच्छा। ………………..
18 :-शरीर से ही नहीं। ………..
19 :- ” जो मनुष्य दुसरो के अवगुण बखानता है।
वह अपने ही अवगुण प्रकट करता है। “
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20 :-” एक को मजबूती से पकड़ लो ,
तो अनेको को चापलूसी नहीं करनी पडती। “
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21 :- महान आत्मायें। ………
22 :-वह मनुष्य वास्तव में। ………….
23 :- ” जीवन का तीन चौथाई
आधार अच्छा चल चलन है।”
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24 :-” पानी जैसी चचंलता से
आदमी ऊपर नहीं उठ सकता। “
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25 :-किसी मित्र को। …………
26:-किसी के गुणों की……………..
27 :-“आवश्यकता तर्क के समुख नहीं झुकती,
आपत्ति मनुष्य बनाती है और सम्पति राक्षस “
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28:-” बहुत सी त्था बड़ी गलतियां किए बिना ,
कोई मनुष्य बड़ा और महान नहीं बनता “
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29 :-अपने बड़ो और। ……….
30 :-जिस प्रकार कसौटी। ………
31 :- ” शत्रुओ को क्षमा करना ,
बदला लेने का सबसे अच्छा तरीका है,”
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32 :- ” अच्छा स्वभाव और अच्छी समझ,
जीवन के दो सवोर्त्तम वरदान है। “
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33 :-सबसे अच्छे लोग। ……….
34 :- जो मनुष्य अपने। …………..
35:-” मनुष्य स्वतंत्र विचार वाला होते
हुए भी परिस्थितियों का दास है “
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36:-” जितना ही कम ज्ञान होता है ,
उतनी ही अच्छी नींद आती है “
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37:-जब किसी पर। ………….
38:- बिना उत्साह के। ……….
39:-” पौधे सिंचाई से विकसित होते है,
और मनुष्य शिक्षा के द्वारा “
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40 :-” मन साफ है तो किसी ,
तीर्थ की आवश्यता नहीं “
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40 :- क्रोध के वंश में। ………….
41 :- परमात्मा को। …………….
42:- ” बेशक कम पढ़ो मगर अच्छा
पढ़ो और उस पर अमल करो। “
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43 :- ” खामोश रहो या ऐसी बात
कहो जो मौन से बेहतर हो। “
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44 :- हराना है तो। ……………..
45 :- जो मनुष्य निर्भय। ………..
46 :- ” प्रसिद्धि वह फूल है जो मृत
व्यक्ति के ह्रदय पर खिलता है। “
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47 :- ” सुन्दर विचार जिन के साथ है
वह कभी अकेला नहीं है। “
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48 :- कुछ जन्म से। ……………
49 :- सभी महान व्यक्ति। ……..
50 :- महान व्यक्ति पर अधिकांश व्यक्ति भोकते
ही है,जैसे किसी अजनबी को देख कर कुत्ते।
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51 :- द्वेष को कभी ह्रदय में नहीं टिकने देना चाहिए,
आत्मा पर विजय पाना सबसे बड़ा धर्मयुद्ध है।
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52:- धन अधिक हो। ………………
53 :-जो भी मनुष्य। ……………
54 :-